अमरोहा। डिडौली के गांव सेंतली में महिला ने दो मासूम बच्चों की हत्या कर खुद भी गला घोट कर आत्महत्या कर ली। दोनों बच्चों के शव डबल बेड में बंद कर दिए थे। महिला मानसिक रूप से कमजोर बताई जा रही है। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। आइजी रमित शर्मा, पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा व एएसपी ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। यह घटना डिडौली कोतवाली कोतवाली के गांव सेंतली की है। यहां पर स्वर्गीय शफीक अहमद का परिवार रहता है। परिवार में उनके चार बेटे आसिफ, कासिम, हाशिम व आकिब हैं। आसिफ की शादी पांच साल पहले मुरादाबाद के करूला निवासी सायमा के साथ हुई थी। शादी के बाद आसिफ के दो बेटे तीन साल का बेटी नजमुल हुदा व डेढ़ साल का बेटा हैदर अली हुए। बताते हैं कि सायमा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। काफी समय से उसका उपचार चल रहा था। गुरुवार सुबह लगभग 10 बजे आसिफ किसी काम से गांव गया था। जबकि आकिब घर में ही स्थित परचून की दुकान पर था। घर में शाजिया व दोनों बच्चे थे। लगभग 11 बजे आकिब घर आया तो उसे कोई दिखाई नहीं दिया। कमरे में जाकर देखा तो सायमा का शव नग्न अवस्था में नीचे पड़ा था तथा बच्चे गायब थे। कमरे में सामान भी अस्त व्यस्त था।
आकिब ने फौरन शोर मचा दिया। आसिफ व अन्य लोग भी आ गए। देखा तो डबल बेड थोड़ा खुला हुआ था। उसके भीतर दोनों बच्चों के शव पड़े थे। सायमा के गले में दुपट्टा भी कसा हुआ मिला है। जबकि दोनों बच्चों का गला घोंटा गया है। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। लोगों का हुजूम लग गया। एसपी डॉक्टर विपिन ताडा व एएसपी अजय प्रताप सिंह भी मौके पर पहुंच गए। घटना की जानकारी ली तथा परिजन से पूछताछ की। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। अमरोहा। गांव सेंतली में मां व बच्चों की मौत के मामले के नया मोड़ आ गया है। मृतका के भाई ने हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। गांव सेंतली में विवाहिता सायमा व उनके दो बच्चों की मौत के मामले में मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया है। घटनास्थल पर मुरादाबाद से पंहुचे मृतका के भाई आसिफ अली अत्तारी ने कहा कि मेरी बहन इतनी बीमार भी नहीं थी कि वह बच्चों को मार दे। उसकी व बच्चों की हत्या की गई है। कहा कि मेरी बहन के गले पर दुपट्टा कसा हुआ है और गले पर भी निशान हैं। उन्होंने निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।